Pages
Sunday, February 26, 2012
सक्र जिमी शैल पर.
सक्र जिमी शैल पर,
अर्क तम फ़ैल पर ,
बिघन की रेल पर,
लम्बोदर देखिये !!
राम दसकंध पर ,
भीम जरासंध पर ,
भूषण जो सिन्धु पर ,
कुम्भज विसेखिये !!
हर जो अनंग पर ,
गरुड़ जो भुजंग पर ,
कौरव के अंग पर ,
पारथ जो पेखिये !!
बाज जो विहंग पर ,
सिंह जो मतंग पर ,
म्लेंच्छ चतुरंग पर ,
शम्भुराज देखिये , शम्भुराज देखिये
-------- कविराज भूषण--------
1 comment:
Devesh Zagade
April 17, 2020 at 12:10 AM
मूळ छंदातील शब्दांत बदल करु नये!🙏🚩
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मूळ छंदातील शब्दांत बदल करु नये!🙏🚩
ReplyDelete